2 गर्लफ्रेंड
2 गर्लफ्रेंड
हमारी कहानी के हीरो, गुलाम दास, उर्फ (गुल्लू) से एक, पत्नी नहीं संभलती है, पर साहब, गर्लफ्रेंड दो संभालने का शोख रखते हैं,घर पर पत्नी से झगड़ा और गर्लफ्रेंड से प्यार तगड़ा, इसीलिए 24 घंटे, चकाचक रहते हैं, घर पर पत्नी से चवन्नी-अठन्नी का हिसाब लेते हैं और गर्लफ्रेंड पर को मुंह मांगा गिफ्ट देते हैं, इनकी मां का कहना है, जब तक गुल्लू के घर बच्चा नहीं होगा, तब तक, गुल्लू सुधरने वाला नहीं है, शादी के 2 साल हो गए हैं पर कोई खुशखबरी नहीं है, पत्नी को लगता है, पति में कोई कमी है, और पति को लगता है, उसकी पत्नी में कोई कमी है और वैसे भी गुल्लू को बच्चों में कोई इंटरेस्ट नहीं है, क्योंकि अभी तो गुल्लू, भाई साहब खुद ही बच्चे हैं, एक गर्लफ्रेंड का नंबर बोस नंबर वन और दूसरी गर्लफ्रेंड का नंबर बोस नंबर 2,के नाम से सेव कर रखा है और इन दोनों नाम का फोन, गुल्लू के अलावा और कोई नहीं उठाता है, पर पत्नी फोन, रोज चेक करती है, और सवाल भी खूब पुछती है गुल्लू की पत्नी साया, गुंडो के परिवार से ताल्लुक रखती है, कहते हैं, सायां ने बचपन ने एक, शेरनी मार दी थी, तब से शेरनी का साया, उसके शरीर में आता है, जब भी वह गुस्सा होती है, गुल्लू की मां दिन भर ध्यान लगाती है, और पिछले जन्म में पहुंचकर, लोगों के दिल की बात पढ़ लेती है, गुल्लू के पास सब कुछ है, अच्छा घर बार है, सुंदर पत्नी है, दो गर्लफ्रेंड है, उसके बाद भी वह बहुत परेशान रहता है, अब क्यों रहता है, यह आप खुद ही देख लीजिए
गुल्लू, थका हारा, ऑफिस से घर आया, और बेड पर लेटा, उसकी पत्नी ने उसे देखा और देखते ही कहा
पत्नी -"आते ही लेट गए, दिनभर ऑफिस में भी तो लेटे-बैठे रहते हो, इतना आराम करोगे तो गधे जैसे मक्कार हो जाओगे, लाओ, अपना मोबाइल दो, मुझे सास-बहू और सौतन सीरियल देखना है"!
गुल्लू -"घर में इतना बड़ा एलईडी लगा है, उस पर देख लो, रोज मेरा नेट, चट कर जाती हो और बैटरी डिस्चार्ज कर देती हो"!
पत्नी -"मैं तो सिर्फ 1 घंटे चलाती हूं, तुम तो 23 घंटे मोबाइल में घुसे रहते हो और रोज रात में क्या देखते हो, लड़कियों के चिल्लाने की आवाज आती है"!
"में, का इस पागल के मुंह लग रहा हूं"! गुल्लू ने मन में सोचकर, जैब से मोबाइल निकाल कर दिया और कहा
गुल्लू-"यह लो,,, मैं थक गया हूं, प्लीज, मुझे सोने दो"! उसने सोते हुए कहा
सायां ने मोबाइल हाथ में लिया और फोन बजा, इस रिंगटोन के साथ एं..एं...एं...एं....फंसा,,,
फोन की स्क्रीन पर नाम पढ़कर, पत्नी ने कहा
साया -"यह जानी दुश्मन, कौन है"?
"गुल्लू-"तेरा बाप है, बात कर ले"!
साया-"क्या"?
गुल्लू -"मतलब, मेरे बॉस, के बाप का फोन है, प्लीज उठाना मत, नहीं तो वापस मुझे, ऑफिस बुला लेगा"! गुल्लू ने चिंतित भाव से उठकर कहा
साया -"पर यह नंबर, तो मेरे पापा के नंबर से मिलते-जुलते, नम्बर हैं"!
गुल्लू -"दुनिया में कई चीज मिलती-जुलती होती है, मोबाइल वापस दो"! गुल्लू ने गंभीरता से कहा
साया ने देने के लिए हाथ बढ़ाया, तभी फिर फोन बजा, उसी रिंगटोन के साथ
एं..एं...एं...एं....फंसा
साया ने स्क्रीन पर नाम पड़ा और कहां
"यह जंगली, जानवर कौन है"?
गुल्लू -"तेरा भाई, नहीं,,,,,हमारी कंपनी का भाई है, जानवरों जैसी हरकत करता है, इसलिए इसका नाम जंगली जानवर सेव किया है"!
साया -"पर यह नंबर तो बहुत जाना-पहचाना सा,लग रहा है"! साया ने संदेह से पूछा
गुल्लू -"अरे पगली, गणित में 10 ही तो नंबर होते हैं, इसीलिए सभी नंबर, जाने पहचाने लगते हैं ,चल बाजार चलते हैं, तुझे, आज सितारा वाली साड़ी दिलाता हूं, यह फोन जीती-जागती, बर्बादी की मशीन है, इसने पता नहीं, कितने घर बर्बाद कर दिये है, हाँ,,,,,
साया -"कभी साड़ी में लगाने की, किनारी तक नहीं दिलाते हो, आज बिन-बोले साड़ी,जरूर तुम, मुझसे कुछ छुपा रहे हो"!
गुल्लू -"है क्या,,,छुपाने के लिए,एक जेब शर्ट में और दो जेब पेटं में है, विश्वास नहीं हो तो चेक कर ले, पर झूठे इल्जाम मत लगा, हां,,,,,
साया -"में जेब कि नहीं, तुम्हारे दिल-दिमाग और फेफड़ों में छुपे, राज की बात कर रही हूं"!
गुल्लू-"अरे,,,अंदर कुछ नहीं बचा है, सब खाली है, दिल तो तुझसे, शादी हुई थी, उसी दिन टूट गया था, दिमाग भी तु, पूरा चाट गई और फेफड़ों को सिगरेट, शराब संभाल रहे हैं"!
साया -"क्या"?
गुल्लू -"समझ नहीं आया, मुझे पता था क्योंकि, यह बातें तेरी समझ से परे हैं, अब चले"!
साया -"सासू मां, को बता कर आती हूं, नहीं तो मुझ पर चिल्लाएगी"! उसनें जाते हुए कहा और गुल्लू उसके पीछे चला
साया ने अपनी, सासु को मूंगफली, खाते देखा और मन में कहा
"दिन भर, भैंस जैसी, कुछ ना कुछ चरती-रहती है,मुझे तो मूंगफली का एक, दाना भी नहीं खिलाती, भुक्कड़ बुढ़िया"!
सास -"तू भैंस, तेरी मां भैंस, और तेरे खानदान की सारी औरतें,भैंस"!सास ने कहा
"अरे,,,बुढ़िया ने सुन लिया क्या"? साया ने मन में सोचा
साया-"और,अकेले में क्या बड़बड़ा रही हो, सासू मां"?
सासु ने बताया
सासु-" अगले जन्म में मुझे, किसी ने भैंस कहा था, तो मैंने, उसे कहा,"तू भेसं, तेरी मां भेसं, तेरे खानदान की सारी ओरते भैंस"!
साया -"सासू मां,,,में उनके साथ, सितारा वाली साड़ी, लेने बाजार जा रही हूं, आपका दांत मानने का ब्रश, टूट गया है, वह भी ले आऊंगी"!
मां -'मां के लिए, फटी साड़ी और जोरू को रोज, नई साड़ी, अरे,,,वाह रे, जोरू के जोकर, तेरी जैसी औलाद को तो पैदा होते से ही, मार देना चाहिए"!
बेटे ने कठोर डायलॉग सुना और हिम्मत कर कहा
गुल्लू-"मां, ,तेरे लिए भी एक साड़ी ले आऊंगा"!
माँ-"ठीक है,बेटा,,,मैं भी तुम्हारे साथ चलती हूं, तुम दोनों, दुनिया में नए-नए आए हो व्यापारी तुम्हें ठग लेगा"! माँ ने उठते हुए कहा
साया और गुल्लू ने एक-दूसरे को अच्छे से देखा, तभी फिर मोबाइल बजा उसी रिंगटोन के साथ
एं..एं...एं...एं....फंसा,,,
पत्नी ने स्क्रीन पर नाम पड़ा और कहां
साया-"यह बेवफा चुड़ैल, कौन है"?
गुल्लू -"तेरी बहन, नहीं,,,,,मेरी बहन की फ्रेंड है"! फोन मत उठाना
साया -"आज पता करके रहूंगी, यह बेवफा चुड़ैल कौन है"?
पत्नी ने फोन उठाया, धर्मेंद्र का दिल घबराया और गला सूखा
उधर से लड़की ने कहा -"हाय"!
साया -"हाय-वाय, गया तेल लेने, ये बता,तू, मेरे पति के पीछे पड़ी है या मेरा पति, तेरे पीछे पड़ा है, तुझे शर्म नहीं आती, दूसरों के पति पर डोरे, डालती है, बेशर्म,,,तुझे शर्म नहीं आती, मुझे बस एक बार मिल जा, तेरे मुंह में बेलन, घुसाकर मारुंगी"!
लड़की -"दीदी,,,आप पागल हो गई हो क्या"? मैं, आपकी छोटी बहन, छाया बोल रही हूं, जीजू ने पापा और भैया का फोन नहीं उठाया, इसलिए उन्होंने, मुझसे लगाया, मेरा फोन लाउडस्पीकर पर है, सब सुन रहे हैं"!
साया -"वह थोड़ी देर पहले, पापा और भैया ने फोन लगाया था"! साया ने गुस्से से गुल्लू की ओर देखकर कहा
छाया -'हां,,,,पापा से बात करो"!
पिता -"मेरी शेरनी बेटी, कैसी हो"?
साया -"आपकी, शेरनी बेटी को एक गीदड़, बकरी समझने की भूल कर रहा है"! साया ने शेरनी के अंदाज में कहा
पिता -"कौन है वह, गिदड़,,,खाने में जहर देकर, मार दो उसे, तेरा बाप, तेरे साथ है"!
गुल्लू ने लाउडस्पीकर पर सुना और भयभीत रिएक्शन दिया
साया-"शेरनी कभी अपने शिकार को जहर देकर, नहीं मारती है, मेरा शिकार, मेरे सामने खड़ा है"! साया ने जुबान चाटते हुए कहा
साया की यह हरकत देखकर, गुल्लू और उसकी मां डरे और मां ने कहा
मां-"अरे,,,,इसे गुस्सा मत दिला, नहीं तो फिर इसमें, उस मरी हुई, शेरनी का साया आ जाएगा "!